- कौन है काफिर - जो अल्लाह के अस्तित्व से इंकार करे,जो अल्लाह के रसूल को न माने ,मोहम्मद शाहब को न माने अर्थात जो गैर इस्लामिक (non muslims) हो,वो सभी काफिर है| for more information go wikipedia
प्रमाण क़ुरान[2:98] "जो कोई शत्रु हो अल्लाह का और उसके फ़रिश्तों का और उसके रसूलों (सन्देष्टाओं) का और जिब्रीलव मीकाईल (एक दूत का नाम) का तो अल्लाह ऐसे अवज्ञाकारियों का शत्रु है।"
यहाँ अवज्ञाकारियों का अर्थ है काफिर, अवज्ञाकारी अर्थात,जो आज्ञा न मानता हो और हिन्दू या अन्य धर्म नहीं अल्लाह को मानते है न उसकी आज्ञा को तो हिन्दू अवज्ञाकारी हुए और अल्लाह ऐसे अवज्ञाकारिओ का शत्रु है| quran [2 :98]
- काफिरो को कभी अपना मित्र न बनाओ और उनकी 'हत्या करो'- अल्लाह कहते है,काफिर (non muslims) को कभी अपना मित्र न बनाओ और यदि वह अल्लाह के मार्ग पर न चले तो अर्थात, इस्लाम कुबूल न करे जहाँ पाओ वही उनकी हत्या कर दो| यदि अवज्ञाकारियों से तुम्हे भय हो तो तुम हमेशा अपने पास हथियार रखो| अभी हाल ही के दिनों में महमूद प्राचा(मुसलमान , सुप्रीम कोर्ट का वकील) ने मुसलमानो को लाइसेंसी बन्दुक रखने की सलाह दी थी| तथाकथित आत्मरक्षा के लिए |
प्रमाण क़ुरान [4:89] - "वह चाहते हैं कि जिस तरह उन्होंने अवज्ञा की है तुम भी अवज्ञा करो, ताकि तुम सब समान हो जाओ। अतः तुम उनमें से किसी को मित्र न बनाओ जब तक वह अल्लाह के मार्ग में हिज़रत (प्रवास) न करें। फिर यदि वह इसको स्वीकार न करें तो उनको पकड़ो और जहाँ कहीं उनको पाओ उनकी हत्या करो और उनमें से किसी को मित्र और सहायक न बनाओ।"
प्रमाण क़ुरान[4:101] - "और जब तुम धरती पर यात्रा करो तो तुम पर कोई पाप नहीं कि तुम नमाज़ में कमी करो, यदि तुमको भय हो कि अवज्ञाकारी तुमको सताएँगे। निस्सन्देह अवज्ञाकारी लोग तुम्हारे खुले हुए शत्रु हैं|"
- हिन्दू-मुस्लिम भाई-भाई का नारा लगाने वाले सेक्युलर हिन्दुओ जरा आँखें खोल कर पढ़ें। आसमानी किताब में क्या लिखा है।
प्रमाण क़ुरान[9:5] - ” फिर, जब हराम के महीने बीत जाएं , तो ‘ मुशरिकों’ को जहाँ कहीं पाओ क़त्ल करो, और पकड़ो , और उन्हें घेरो, और हर घात की जगह उनकी ताक में बैठो । फिर यदि वे ‘तौबा ‘ कर लें नमाज़ क़ायम करें और, ज़कात दें, तो उनका मार्ग छोड़ दो । नि:संदेह अल्लाह बड़ा क्षमाशील और दया करने वाला है ।”
प्रमाण क़ुरान[9:123] - “हे ‘ईमान’ लेन वालों ! ( मुसलमानों !) उन ‘काफ़िरों’ से लड़ो जो तुम्हार आस-पास हैं, और चाहिये कि वे तुममें सख्ती पायें ।” for more information
- तो यदि आप ये समझते है की अल्लाह ने कहा तो है परन्तु कहा किसी हिन्दू की हत्या हो रही है| याद रखिये कभी हिन्दुओ का विस्तार बांग्लादेश ,पाकिस्तान अफगानिस्तान जैसे देशो तक था परन्तु पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देश हमसे इस्लाम धर्म के नाम पर अलग हुए है|
मत भूलिय अकबुद्दीन के उस भाषण को की "पुलिश प्रशासन को हटा के देख लो की 12% आबादी क्या कर सकती है|"
- जिस जिस देश में मुसलमानो की संख्या 50 % तक हुई उन सभी देशो का इस्लामीकरण हो गया है और बचे हुए हिन्दू अथवा अन्य धर्मो के लोगो का खात्मा हो गया है|
- एक आकड़े के मुताबिक हिन्दुओ की संख्या लगातार घट रही है| इस्लामिक देशो की संख्या लगभग 53 है, और हिन्दुओ का सिर्फ एक वो भी पूर्णरूप से हिन्दुराष्ट्र नहीं है|
- जरा सोचिये हमारा सनातन धर्म सहस्त्रो वर्ष पुराणा है, फिर भी आज हमारी संख्या अल्प है, परन्तु 1400 वर्ष पुराने धर्म का 53 देशो पर अधिपत्य है| इसका कारण है की हमने कभी किसी पर आक्रमण नहीं किया और हिंसा को अंतिम शस्त्र मानते है
- परन्तु इस्लाम तलवार के जोर पर फैला है,इससे कोई इनकार नहीं कर सकता है|


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